Tuesday 4 September 2012

Happy Teachers Day

रामकृष्ण पांडेय ▶ शिक्षक दिवस पर गुरुओं को नमन ........ गुरुवर जब से चले गए तुम वीरानी सी छाई है, याद आपको करते करते आँख मेरी भर आईहै, याद है बचपन के दिन हमको, जब भी आप पढ़ाते थे, हम पीछे से देख आपको नैन खूब मटकातेथे, आप हमे समझाते रहते सब से बड़ी पढाई है, याद आपको........ भूले बिसरे याद है आते, वो बचपन के संग संघाती, धूल भरे दिन वो हुल्लड़ सब, वो मौजों की अल्हड आंधी , वो दिन जाने कहाँ गए अब पतझड़ में अमराई है, याद आपको....... याद है मुझको आज भी वो दिन, जब संटी आप की टूटी थी, जाने कहाँ से कट कर आई, पतंग जब हमने लूटी थी, जीवन की तपती दोपहर में याद की बदली छाई है, याद आपको...... सम्वेदित मन भर आता है, चक्षु से झरना बह जाता है, ह्रदय विरह के सुर गाता है , अब तो बाँकी पास हमारे यादों की शहनाई है, याद आपको करते ...

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